विराट की कप्तानी को लेकर नासिर हुसैन ने उठाए सवाल, बोले-कोहली आगे बढ़कर फैसले नहीं लेते हैं

 

नई दिल्ली ,09 फरवरी। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन यूं तो विराट कोहली  की बल्लेबाजी के बहुत बड़े फैन हैं लेकिन उनकी रणनीति से वह बहुत ज्यादा प्रभावित नहीं हैं। नासिर ने कहा कि कोहली खेल के पीछे चलते हैं। वह प्रतिक्रिया करते हैं न कि आगे बढ़कर फैसले लेते हैं।

चेन्नै टेस्ट की पहली पारी में 11 रन बनाकर आउट हुए कोहली

विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐडिलेड में टेस्ट मैच के बाद पैटरनिटी लीव ली थी। इसके बाद वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के बाकी तीन टेस्ट मैचों में नहीं खेले थे। कोहली के लिए वापसी का मुकाबला बहुत यादगार नहीं रहा है। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में जो रूट के दोहरे शतक की मदद से 578 रन का विशाल स्कोर बनाया। भारतीय टीम इसके जवाब मे 337 रन पर सिमट गई। कोहली ने इसमें सिर्फ 11 रन का योगदान दिया। जो रूट कोहली से कहीं बेहतर कप्तान हैं।

उन्होंने लिखा, कुल मिलाकर देखें तो रूट शानदार रहे हैं। भारतीय कप्तान ही दुविधा में नजर आएं हैं। उन्हें फैसला लेने में परेशानी हुई है। इसकी वजह यह है कि वह कई बार खेल में पीछे रहते हैं न कि परिस्थितियों को अपने हिसाब से चलाते हैं। और जैसाकि वह और रूट जानते हैं कि आपके फैसलों का आकलन, नतीजों के आधार पर होता है।

रोरी बर्न्स के आउट होने के बाद कोहली खुलकर कर रहे थे ये काम

विराट कोहली एक ब्रेक के बाद भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे हैं। कोहली की गैर-मौजूदगी में अजिंक्य रहाणे ने ऑस्ट्रेलिया में भारत की कमान संभाली। रहाणे की कप्तानी में भारत ने तीन में से दो मैच जीते और एक ड्रॉ रहा। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक सीरीज जीत हासिल की। 

उन्होंने आगे बढ़कर फैसले लेने वाले कप्तान के रूप में देखा गया। इस पर नासिर हुसैन ने कहा, अजिंक्य रहाणे ने ऑस्ट्रेलिया में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया इसके बाद कोहली शायद पहले से कम आक्रामक होने की कोशिश कर रहे हैं। शायद उनके दिमाग में चल रहा है कि वह अधिक मुस्कुराएं और टीम के खिलाडिय़ों को खुलकर अपनी भावनाएं व्यक्त करने दें। 

हालांकि कोहली का पुराना अंदाज तब नजर आया जब रोरी बर्न्स इंग्लैंड की दूसरी पारी के पहली गेंद पर आउट हुए। कोहली खुलकर अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहे थे। मेरी नजर में एक कप्तान के रूप में यही उनकी ताकत है- उनका पैशन, उनका जोश और उनकी आक्रामकता।

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